वैदिक ज्योतिष में कुल “27 नक्षत्र« है जिनमें से एक है “धनिष्ठा नक्षत्र“(Dhanishta Nakshatra)। यह आकाश मंडल तथा 27 नक्षत्रों No 23 minutos स्थान पर है। इस नक्षत्र का विस्तार राशि चक्र 2 “293।20″ Sí “306।40 pulgadas अंश तक है। धनिष्ठा नक्षत्र में 114 तारें होते है। यह धन और वैभव दर्शाता है। आज हम आपको धनिष्ठा नक्षत्र में जन्में लोग तथा प ुरुष और स्त्री जातक की कुछ मुख्य विशेषताएं बतल ा येंगे, पर सबसे पहले जानते है, धनिष्ठा नक्षत्र स जरुरी बातें:
“श्रविष्ठा« है। “Sí“। धनिष्ठा “चंद्र देव” el 27 de septiembre de 2017 ा ये प्रजापति दक्ष की पु त्री है। शास्त्रानुसार, धनिष्ठा या श्रविष्ठा का एक अर् थ यह भी है कि यह “प्रसिद्ध«
धनिषथ
- नक्षत्र – “धनिष्ठा”
- धनिष्ठा नक्षत्र देवता – “वसु”
- धनिष्ठा नक्षत्र स्वामी – “मंगल”
- धनिष्ठा राशि स्वामी – “शनि”
- धनिष्ठा नक्षत्र राशि – “मकर-2, कुम्भ-2”
- धनिष्ठा नक्षत्र नाड़ी – “मध्य”
- धनिष्ठा नक्षत्र योनि – “सिंह”
- धनिष्ठा नक्षत्र वश्य – “जलचर-2, नर-2”
- धनिष्ठा नक्षत्र स्वभाव – “चर”
- धनिष्ठा नक्षत्र महावैर – “गज”
- धनिष्ठा नक्षत्र गण – “राक्षस”
- धनिष्ठा नक्षत्र तत्व – “पृथ्वी-2, वायु-2”
- धनिष्ठा नक्षत्र पंचशला वेध – “विशाखा”
से सह ायता व सम्मान प्राप्त करता है, सामान्यत: 2 ल जीवन जीने वाला, शत्रु-रहित, तारो में रुचि रखने त ाला होता है. इन्हें “तारा विज्ञान”, “ज्योतिष”, “खगोल” का सहज आकर् षण होता है। – पराशर
धनिष्ठा नक्षत्र está disponible:
।।ॐ वसो:पवित्रमसि शतधारंवसो: पवित्रमसि सहत्रध ारम।
Más información: पवित्रेणशतधारेण स Idioma: ।
वसुभ्यो नम:।।।
धनिष्ठा नक्षत्र में चार चरणें होती है। Mi nombre es:
1. धनिष्ठा para: “सूर्य देव” है तथा इस चरण पर No, No No Sí का प्रभाव ज्यादा रहता है। इस चरण के जातक का सुन्दर नाक, गंभीर नेत्र, बड़ा श रीर, रूखे नख होते है। इस चरण के जातक व्यापारी, महा विद्वान, और स्वास् थ्य से परेशान होते है। ज्योतिष की दृष्टि में यह सबसे आक्रमक चरण होता ह ै।
2. धनिष्ठा नक्षत्र द्वितीय: ''बुध देव« है। इस चरण पर No, Sí Sí शनि ग्रह का प्रभाव होता है। इनमें शक्ति, संचार, ग्रहण या प्रचलन की भावना प् रबल होती है। इस चरण के जातक का गोल चेहरा, बड़ा नेत्र और तेज बु द्धि वाला होता है। इस चरण के जातक चालाक, आत्मनिर्भर और हर प्रतियोग िता में भाग लेने वाले होते है। ये गीत संगीत में रुचि रखने वाला तथा उच्च पद प्र ाप्त करने वाला होता है।
3. धनिष्ठा नक्षत्र está disponible: इस चरण के स्वामी “शुक्र ग्रह» इस चरण पर No, No Sí Sí का प्रभाव होता है। » इस चरण के जातक पतले दुबले शरीर वाले, सांवले रंग के होते है। ये ज्यादातर स्वयं के उद्योग से धन हा सिल करते है ।
4. धनिष्ठा para: इस चरण के स्वामी “मंगल ग्रह» इस चरण पर No No No Sí का प्रभाव होता है। इस चरण के जातक भावुक, साधु स्वभाव, निडर, आश्रयदा ता और मुर्ख होता है। ये अत्यंत आक्रामक होते है। इनका खुद का व्यवसाय होता है जिसमें शुरुआत में क समस्याएं आती है पर अंत में इन्हें लाभ प्राप् त ह ोता है। ये सुखी दाम्पत्य जीवन जीने वाले होते है।
आइये जानते है, Más información:
धनिष्ठा नक्षत्र está disponible:
इस लग्न के जातक दुबले पतले शरीर के होते है। Así es, así es त, हर कार्य का विशेषज्ञ होते है। ये धर्मात्मा स्वभाव के होते है अर्थात मन – वचन औ र कर्म से किसी को भी दुख नहीं पहुंचाते। ये ज्यादातर इतिहासकार और वैज्ञानिक होते है। मन की बात किस को भी नहीं बताते। इनका भाग्योदय 24वें वर्ष मं होता है। इन्हें व्यापार के कारण दूसरों पर भरोसा करना पड ़ता है जो इनके लिए ठीक नहीं है। इन्हें सतर्कता अपनाने की जरूरत है। इनके रिश्तेदार इनके लिए अवरोधक होते है। इन्हें इनके भाई बहन से लगाव ज्यादा होता है। इनकी पत्नी इनके लिए भाग्यशाली होती है और विवाह के बाद ही ये ज्यादा धन अर्जित कर पाते है।
धनिष्ठा नक्षत्र के स्त्री:
धनिष्ठा नक्षत्र की स्त्री जोष इस नक्षत्र क् रुष जातक के समान ही होते है। Duración: 40 minutos y 16 minutos ्ष की दिखती है। ये अभिलाषी, पक्षपात हीन, लज्जालु, आडम्बर हीन, दू सरों से सहानुभूति रखने वाली होती है। श्रवण नक्षत्र वाली लड़कीओ की तरह ये भी परिवार प र शासन करने वाली होती है जिससे इन्हें बचना चाहि ए। ये विज्ञान और साहित्य में रूचि रखती है और ये गृ हकार्य में दक्ष होती है।